मेटल इम्पेक्ट स्प्रिंकलर्स
स्प्रिंकलर्स सिंचाई फसलों को वर्षा होने जैसी सिंचाई करने का तरीका है। पानी का वितरण दाबानुकूलित नेटवर्क सिस्टम से होता है। यह बाद में स्प्रिंकलर नोजल के जरिये फव्वारा देता है और बारिश होने जैसी एकसमान वितरण होता है।
स्प्रिंकलर्स सिंचाई प्रणाली का उपयोग, कोई भी कृषि योग्य भूमि पर किया जा सकता है, चाहे समतल हो या, उंची-नींची। स्प्रिंकलर्स को पानी पहुंचाने वाले लेटरल पाईप को, जहां तक सम्भव हो जमीन की परिरेखा (कन्टूर) के अनुरूप बिछाना चाहिए। इससे स्प्रिंकलर पर दाब परिवर्तन कमसे कम होगा और एकसमान अवक्षेपण प्राप्त होगा। यदि प्रत्यक्ष रूप से परिरेखा (कन्टूर) के अनुरूप स्प्रिंकलर्स इन्स्टॉल करने में कोई दिक्कत हो तो प्रेशर काम्पन सेटिंग स्प्रिंकलर्स का भी उपयोग किया जा सकता है।
स्प्रिंकलर्स रेतिली जमीन के लिये भी अधिक रिसन दर पर अत्याधिक – उपयुक्त है हालांकि वे अधिकतम जमीनों के लिये अनुकूल है। स्प्रिंकलर की औसतन संप्रयोग दर रिसन की दर से कम ही रखी जाती है ताकि जमीन की सतह पर जलजमाव या बहाव की स्थिति निर्मित नहीं हो।